शरीर को संतुलित और सहनशक्ति बढ़ाने के लिए वृक्षासन योग करना चाहिए । वृक्षासन योग कैसे करना चाहिए, इसके क्या लाभ है और सावधानी से जुड़ी जानकारी नीचे बतायी गई हैं।
वृक्षासन योग कैसे करे और इसके फायदे क्या हैं ?
वृक्षासन योग कैसे करे और इसके लाभ क्या हैं ?
वृक्षासन योग करने की विधि इस प्रकार हैं :
- सबसे पहले एक समतल और स्वच्छ जगह योगा मेट या चटाई बिछाए।
- अब इस पर सावधान के मुद्रा मे खड़ा हो जाए।
- दोनों पैरों को सीधा रख एक दूसरे से जोड़कर रखे और दोनों हात को जांघ के पास सीधा रखे।
- धीरे-धीरे दाए घुटने को मोड़ते हुए बाए जांघ पर रखे। एड़ी ऊपर और पंजे जमीन की तरफ होना चाहिए।
- शुरुआत मे इसके लिए आप अपने हातों का सहारा भी ले सकते हैं।
- अपने बाए पैर को मजबूती से जमीन पर जमा कर रखे।
- अब लंबी गहरी सांस लेकर दोनों हातों को ऊपर उठाकर नमस्कार की मुद्रा मे हात जोड़कर रखे। आप नमस्कार छाती के सामने दोनों हाथों को जोड़कर कर सकते है या फिर सिर के सीधा ऊपर दोनों हथेलियों से नमस्कार कर सकते हैं।
- गर्दन सीधी रखे और अपनी नजर सीधा सामने किसी वस्तु या बिन्दु पर रखे।
- शरीर का संतुलन बनाकर रखे और सांस की गति सामान्य रखे।
- यथाशक्ति इस मुद्रा मे रहे।
- अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए दोनों हातों की नीचे लाए।
- अब दायी टांग को भी जमीन पर लाए।
- सीधे सावधान की मुद्रा मे खड़े रहे।
- अब बाए पैर से इसी प्रक्रिया को दोहराए।
वृक्षासन योग के फायदे क्या हैं ? Health benefits of Vrikshasana Yoga
वृक्षासन योग के नियमित अभ्यास से यह फायदे होते हैं :
- शरीर का balance अच्छा रहता हैं।
- रीढ़ की हड्डी मजबूत होती हैं।
- पैर के स्नायु मजबूत होते है।
- फ्लैट फ़ीट की समस्या दूर होती हैं।
- एकाग्रता बढ़ती हैं।
- साइटिका रोगी के लिए फायदेमंद हैं।
वृक्षासन योग में सावधानी क्या बरते ?
- वृक्षासन योग करते समय आप का पैर जांघ पर ठीक से रखना चाहिए। पैर के पिछले भाग पर रखना से घुटनों पर दबाव पड़ सकता हैं।
- वृक्षासन योग आपको खाली पेट करना चाहिए। खाना खाने के बाद करना है तो खाने के 2 घंटे बाद करे।
- हाई ब्लड प्रेशर के रोगी अधिक समय तक हात उठाकर नमस्कार न करे।
- नींद की कमी या माइग्रेन के रोगी यह आसन न करे।
- शरुआत में योग विशेषज्ञ के देखरेख में और दिवार का सहारा लेकर यह योग करे।
- अगर आप को घुटनों, स्पाइन या कमर से जुडी कोई समस्या है तो अपने डॉक्टर से पूछ क्र ही यह आसन करे।
- शुरुआत में आधा मिनिट तक करे और अभ्यास के साथ योग का समय १ मिनिट करे। एक पैर से एक मिनिट ऐसे 8 से 10 मिनिट तक योग यथाशक्ति करे।
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