पित्ताशय की पथरी : ईलाज, योग और आहार | GB Stone treatment in Hindi

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पित्ताशय की पथरी (Gall bladder Stones) एक ऐसा रोग है जिसमे रोगी को असहनीय पेट दर्द और पाचन से जुडी समस्या का सामना करना पड़ता हैं। Gall bladder Stones के ज्यादातर मरीजों को इससे राहत पाने के लिए खर्चीला ऑपरेशन कराना पड़ता हैं।

अगर आप Gall bladder Stones या पित्ताशय की पथरी से पीड़ित है और बिना ऑपरेशन इससे राहत पाने के उपचार के बारे में जानकारी पढ़ना चाहते है तो आज का लेख खास आपके लिए हैं। आज के इस लेख में हम Gall bladder Stones से राहत दिलाने वाले आयुर्वेदिक / योग उपचार और घरेलु नुस्खों के साथ Gall bladder Stones के मरीजों ने कैसा आहार लेना चाहिए इसकी जानकारी दे रहे हैं।

पित्ताशय की पथरी का ईलाज कैसे किया जाता हैं ? (Gall bladder Stones treatment in Hindi)

पित्ताशय की पथरी का समय पर उपचार न करने पर यह पित्त की नली में पथरी अटक जाने से रोगी को जानलेवा पीलिया हो सकता है और इसीलिए इसका समय पर उपचार करना बेहद जरुरी होता हैं। पित्ताशय की पथरी में दो तरह से उपचार किया जा सकता हैं :

1. शल्य क्रिया (Surgery) : पित्ताशय की पथरी के अधिकतर मरीजो को ऑपरेशन करने की सलाह दी जाती हैं। यह आपरेशन दो तरह से किया जाता हैं :

A) सामान्य ऑपरेशन (Open Cholecystectomy) : इसमें रोगी के पेट पर बड़ा चीरा मारकर पित्ताशय को निकाल दिया जाता हैं। इसमें रोगी को हॉस्पिटल में 3 से 4 दिन तक रुकना पड़ सकता हैं।

B) दूरबीन ऑपरेशन (Laparoscopic Cholecystectomy) : Gall bladder Stones में यह सर्जरी अधिक की जाती हैं। इसमें पेट में छोटे से छेद कर दूरबीन की सहायता से पित्ताशय को निकाला जाता हैं। इसमें रोगी को हॉस्पिटल में 1 से 2 दिन तक रुकना पड़ता हैं।

2. ERCP : इसके आलावा अगर पित्त की नली में पित्ताशय की पथरी अटक जाने पर मुंह से पेट में दूरबीन डालकर ERCP प्रक्रिया से भी Gall bladder Stones निकाले जाते हैं।

3. दवा (Medicine) : अगर पित्ताशय की पथरी के रोगी में किसी वजह से ऑपरेशन करना मुमकिन नहीं है तो रोगी को पित्ताशय की पथरी को पिघलाने के लिए Ursodiol जैसी विशेष दवा दी जाती हैं। यह दवा रोगी को लंबे समय तक लेना होता हैं। इससे रोगी को कितना फायदा होंगा यह कहना भी मुश्किल होता हैं।

पित्ताशय की पथरी का आयुर्वेदिक देसी उपचार और घरेलू नुस्खे क्या हैं ?

अगर आप पित्ताशय की पथरी से परेशान है और ऑपरेशन नहीं कराना चाहते है तो निचे दिए कुछ घरेलु आयुर्वेदिक देसी उपचार और घरेलु नुस्खों को अपना सकते हैं।
1. एरंडी तेल (Castor oil) : एरंडी का तेल पित्ताशय की पथरी को गलाने में मदद करता हैं। दिन में दो बार पेट में ऊपर की ओर दाहिनी तरफ हलके गर्म एरंडी तेल से मालिश करने से लाभ होता हैं। मालिश धीरे से करे और खाली पेट करे।
2. हल्दी (Turmeric) : ऐसे तो पित्ताशय में रोगी को हल्का पीलिया होने के कारण ज्यादातर लोग हल्दी का सेवन करने से घबराते है पर असल में आहार में हल्दी का प्रमाण बढ़ाने से पित्ताशय की पथरी गलाने में सहायता होती हैं। आप चाहे तो सुबह-शाम एक कप गर्म दूध में 1 चमच्च हल्दी का पाउडर मिलाकर भी पि सकते हैं।
3. नाशपाती (Pear) : नाशपाती फल में Pectin एंजाइम होता है जो कोलेस्ट्रॉल का प्रमाण कम करता हैं। आप रोजाना एक नाशपाती फल खा सकते है या फिर इसका जूस बनाकर भी पि सकते हैं।
4. मूली + शहद + निम्बू : 4 चमच्च ताजी मूली का रस + 2 चमच्च शुद्ध शहद + 1 चमच्च निम्बू के रस को मिलाकर सुबह शाम खाली पेट पिने से पित्ताशय की पथरी तेजी से घुल जाती हैं।
5. मनुक्का (Prunes) : अगर आपको डायबिटीज नहीं है तो दिन में 3 बार एक मुट्ठी मनुक्का खाने चाहिए। मनुक्का भी Gall bladder Stones को तेजी ठीक करता हैं।

पित्ताशय की पथरी में कौन से योग करने से लाभ होता हैं ? (Yoga for Gall Bladder Stones)

पित्ताशय की पथरी से निजात पाने के लिए आपको रोजाना निचे दिए हुए योग करने चाहिए। ( योग की विधि और लाभ जानने के लिए कृपया योग के नाम के ऊपर click करे )
1.     पश्चिमोत्तानासन
2.     भुजंगासन
3.     सर्वांगासन
4.     शलभासन
5.     धनुरासन

पित्ताशय की पथरी के रोगियों को कैसा आहार लेना चाहिए ? (Gall Bladder Stones diet in Hindi)

पित्ताशय की पथरी शरीर में कोलेस्ट्रॉल की अधिकता से निर्मित होते है इसलिए ऐसे आहार जिनसे कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, नहीं लेना चाहिए। योग्य आहार लेकर आप पित्ताशय की पथरी को बढ़ने से और नए निर्माण होने से बचा सकते हैं।

Gall Bladder Stones में यह आहार नहीं लेना चाहिए :
1. लाल मीट
2. दुग्धजन्य पदार्थ
3. मैदा / सफ़ेद ब्रेड
4. चीज / आइसक्रीम / पिज्जा
5. अधिक तलेहुए पदार्थ जैसे चिप्स, समोसा, पापड़
6. चॉकलेट

Gall Bladder Stones में यह आहार अधिक लेना चाहिए :
1. अधिक Fiber वाली चीजे जैसे ताजे फल और हरी सब्जियां
2. साबुत अनाज
3. पिने के लिए कोष्ण (Warm) जल
4. नीबू का रस
5. पुदीना
6. गाजर, ककड़ी, चुकंदर

पित्ताशय की पथरी से बचने के क्या उपाय हैं ?

Gall Bladder Stones से निजात पाने के लिए और इससे बचने के लिए आपको इन बातों का भी ख्याल रखना चाहिए :
1. रोजाना व्यायाम करना चाहिए
2. शराब या धूम्रपान नहीं करना चाहिए
3. नियमित योग करे
4. अगर आपका वजन ज्यादा है तो इसे कण्ट्रोल करे – वजन कम करने के आसान उपाय
5. डॉक्टर की सलाह से लंबे समय तक कोई हॉर्मोन की दवा नहीं खाना चाहिए
6. रोजाना तय समय पर भोजन करे और लंबे समय तक भूखे पेट न रहे
7. अगर आपके परिवार में किसी को पित्ताशय की पथरी की तकलीफ है तो आप भी हर वर्ष अपने पेट की सोनोग्राफी कराते रहे।

क्या आप जानते है : पित्ताशय की पथरी के कारण और लक्षण क्या हैं ?

ऊपर दिए हुए आयुर्वेदिक घरेलु नुस्खे, नियमित योगाभ्यास और उचित आहार लेकर आप पित्ताशय की पथरी की परेशानी को कम कर सकते हैं। अगर पित्ताशय की पथरी पित्त की नाली में अटक गयी है और इस कारण आपको अधिक परेशानी हो रही है तो ऐसे मामलों में ऑपरेशन भी जरुरी रहता हैं।

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अगर आपको यह पित्ताशय की पथरी : ईलाज, योग और आहार की जानकारी उपयोगी लगती है तो कृपया इसे शेयर ज़रूर करें। अगर आपको इस लेख में कोई जानकारी के विषय में सवाल पूछना है तो कृपया नीचे कमेंट बॉक्स में या Contact Us में आप पूछ सकते है। मैं जल्द से जल्द आपके सभी प्रश्नों के विस्तार में जवाब देने की कोशिश करूँगा।

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