खूबसूरत दिखना हर इंसान की पहली ख्वाइश होती है। इस खूबसूरती को बरकरार रखना और लंबे समय तक जवां दिखने की चाह जिनको है, जिन्हें समय से पहले झुर्रियां नजर आ रही है या बढ़ती उम्र के कारण चेहरे पर हल्की रेखाएं दिखने लगी है उनके लिए आजकल बोटॉक्स / Botox injection उपचार काफी भरोसेमंद और असरकारक तरीका है।
चेहरे की झुर्रियां और माथे पर पड़ी सिलवटें व्यक्ति के पर्सनलिटी पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इसे हम बुढापे के शुरुआती लक्षण भी कह सकते हैं। महिलाएं खासतौर पर अपने उम्र को लेकर जल्दी तनाव ग्रस्त हो जाती है ऐसे में अगर झुर्रिया दिखने लग जाए तो वह इसके लिए तरह-तरह के तरीके आजमाती रहती है।
मेडिकल साइंस में भी खूबसूरत और जवां दिखने के लिए कई नई तकनीकों का अविष्कार हुआ है , ऐसी एक तकनीक है बोटॉक्स / Botox उपचार। कुछ समय पहले तक बोटॉक्स इंजेक्शन लेना सिर्फ advertisement , ब्लॉग और सेलिब्रिटी तक ही सीमित था, पर आज यह चिकित्सा अफोर्डेबल या कम खर्चीली होने की वजह से इसका लाभ आम लोग भी ले रहे हैं।
बोटॉक्स को Anti wrinkle ( झुरिया मिटाने वाला ) इंजेक्शन कहा जाता है। यह एक प्रकार का न्यूरोटॉक्सिन है, जो Botulinam toxin से बनाया जाता है। Botulinum toxin, यह एक प्रकार का प्रोटीन है जिसे टाइप A ह्यूमन एल्ब्यूमिन कहा जाता है जो इंसान के खून में प्लाज्मा में पाया जाता है।
मेडिकल साइंस में बोटॉक्स का प्रयोग 20 वर्षों से अधिक समय से बिना किसी साइड इफ़ेक्ट के किया जा रहा है साथ ही इसे FDA से भी मान्यता मिली है। इसके दुष्परिणाम नही होते है या तो बहोत कम होते है, जो की समय और दवाइयों के साथ ठीक हो जाते है, बशर्ते आप इसे अच्छे qualified डॉक्टर से ले।
हालांकि यह कॉस्मेटिक प्रक्रिया ऐसी है जिसमे त्वचा के अंदर इंजेक्शन द्वारा दवाई पहुंचाई जाती है। इंजेक्शन के नाम से वैसे ही सब डरते हैं और उसमें भी अगर त्वचा की खूबसूरती से जुड़ी कोई चीज हो और आजकल बहुत से स्किन प्रोडक्ट्स में जो केमिकल से रहते हैं उसके भी काफी नुक्सान होते हैं, जिससे बोटॉक्स का प्रयोग करने से पूर्व किसी के भी मन में तरह-तरह के सवाल और शंकाएं आना सहज है साथ ही बोटॉक्स को लेकर लोगों के मनमे कई गलतफहमियां है। आज हम इस लेख में इन्हीं शंकाओं का समाधान करने की कोशिश कर रहे हैं।
क्या हैं बोटॉक्स थेरपी ?
Botox treatment information in Hindi Language
बोटॉक्स का प्रयोग चिकित्सा में तीन प्रकार से किया जाता है
- चिकित्सीय प्रयोग (Medical Use) : चिकित्सा में बोटॉक्स का प्रयोग मसल्स से जुड़ा spasm जैसे Benign essential blepharospasm, Hemifacial spasm, Cerebral palsy, Fibromyalgia temporomandibular joint disorder आदि में किया जाता है।
- त्वचा : बगल में अत्याधिक पसीना आता हो तो बोटॉक्स थेरेपी दिया जाता हैं।
- सौंदर्य (कॉस्मेटिक) : सौंदर्य उपचार के अंतर्गत उम्र के असर को कम करने के लिए।
बोटॉक्स थेरेपी कैसे काम करता है ?
How Botox Treatment works in Hindi Language
जब हम कोई चीज को एकाग्रता से या तनाव से देखते हैं तब हमारे चेहरे की पेशीयां भी सिकुड़ती है लेकिन वह फिर से सामान्य हो जाती है। किंतु कुछ समय के पश्चात जैसे जैसे उम्र बढ़ती है, रेखाएं और झुर्रियां स्थाई रूप लेने लगते हैं। पेशियों का सिकुड़ना यह हमारे मस्तिष्क द्वारा हमारे पेशियों की नाड़ीतंत्र को दिए हुए आदेश के तहत होता है। बोटॉक्स इंजेक्शन का कार्य इस आदेश में दखल देकर पेशियों तक ना पहुंचाना होता है, जिससे चेहरे पर शिकन नही आ पाती है। बोटॉक्स झुर्रियों को ठीक नहीं करता है बल्कि उन्हें जल्दी आने से रोकता है।
क्यों दिखती है उम्र ज्यादा ?
Causes of Signs of Aging in Hindi
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे eyebrows नीचे होती है। बोटॉक्स से झुकीं हुई eyebrow को फिरसे ऊपर उठाया जाता है, जिससे आँखे ज्यादा खुली दिखती है और युवा / जवान लुक नजर आता है। एक बार में 10 से 60 यूनिट तक बोटॉक्स लगाया जाता है। जरूरत पड़ने पर 1 हफ्ते बाद फिरसे बोटॉक्स लगाया जाता है।
बोटोक्स को साधारणता 2 से 4 दिन नाड़ी तंत्र के साथ जुड़ने में लगते हैं जिससे पेशियों का संकुचन हो सके। ज्यादा से ज्यादा परिणाम आने में 10 से 14 दिन लगते हैं, इसलिए 2 हफ्ते के बाद जो बदल नजर आएगा वही कुछ महीनों तक रहता है।
बोटॉक्स इंजेक्शन थेरेपी का क्या परिणाम होता हैं ?
Benefits of Botox injection therapy in Hindi
बोटॉक्स के प्रयोग से आपकी त्वचा कोमल और जवां हो जाती है। इसका परिणाम 3 से 6 महीने तक रहता है। यह अलग-अलग पेशेंट्स के अनुसार भिन्न भी हो सकता है, जैसे किसी व्यक्ति में 8 से 10 महीने तक भी इसका असर रहता है।
क्या बोटॉक्स इंजेक्शन वाकई में उम्र को कम करते है ?
अगर हम इंजेक्शन का प्रयोग रेगुलर करते हैं तो हमारी उम्र की प्रक्रिया ढीली याने की धीमी होती है साथ ही aging signs कम होते है और उम्र के साथ आनेवाले बदलाव ही कम होते हैं क्योंकि बोटॉक्स चेहरे के पेशियों की मूवमेंट को सिमित कर देता है जिस से झुरिया नहीं दिखती।
अगर एक ही जगह ज्यादा मात्रा में इंजेक्शन ले लिया गया हो तो कई पेशेंट्स को चेहरा घुमाने में दिक्कत होती है। अच्छे स्किन प्रेक्टिशनर का टार्गेट छोटी और खास पेशियां जो की झुर्रियों और रेखाओं के लिए जिम्मेदार रहती है वह होता है। इसका मतलब है कि सामान्य चेहरे के एक्सप्रेशन जैसे हंसना, ताज्जुब करना, looking n frawning इन पर असर नहीं होता है।
बोटॉक्स का प्रयोग ज्यादातर चेहरा, माथे की सिलवटें, आँखों के पास की बारीक रेखाएं, दोनों भौवो के बीच की खड़ी रेखाएं आदि पर किया जाता है। इसके अलावा आईब्रोज़ को ऊँचा उठाने के लिए, ठोड़ी का आकार ठीक करने और मुँह के कोणों को ऊपर उठाने के लिए भी बोटॉक्स का प्रयोग करते है। दोनों भौओं के बीच की खड़ी रेखाओं को glabeller lines कहा जाता है जो कि हम नाराज होते हैं, गुस्सा होते हैं या थकान आ जाती है तो साफ झलकती है।
वैसे तो कोई भी इंजेक्शन में थोड़ा दर्द होता है पर बोटॉक्स इंजेक्शन काफी छोटे और सुई पतली होने से इन में दर्द बहुत ही कम होता है। इंजेक्शन वाली जगह को टॉपिकल एनेस्थेटिक क्रीम या बर्फ आदि कोल्ड पैक से इंजेक्शन के 10 से 20 मिनट पहले और इंजेक्शन के दौरान सुन्न किया जाता है जिससे दर्द का एहसास न के बराबर होता है।
- यह एक 10 से 15 min की ओपीडी चिकित्सा है।
- आप अपनी दैनिक दिनचर्या चिकित्सा के तुरंत बाद से कर सकते हैं।
- सिर्फ अगले 24 घंटे तक आपको कोई मुश्किल काम जैसे जिम जाना टालना चाहिए।
- इसके साइड इफेक्ट कम ही होते हैं और अगर कुछ वह भी तो आसानी से दूर हो जाते हैं।
कौनसी स्तिथि में बोटॉक्स उपचार का प्रयोग ना करे ?
- अगर आप प्रेग्नेंट है या प्रेगनेंसी की प्लैनिंग कर रहे हैं या ब्रेस्ट फीडिंग कर रहे हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
- अगर आपको किसी चीज की एलर्जी है, कोई स्किन इंफेक्शन है, मसल्स या नर्व से जुड़ी कोई बीमारी है जैसे drooping eyelids तो बोटॉक्स का प्रयोग ना करें।
- श्वास की तकलीफ जैसे अस्थमा, निगलने में तकलीफ या अति रक्तस्त्राव होना ऐसी कोई परेशानी है तो डॉक्टर की सलाह लें।
- अगर आपके चेहरे की कोई शस्त्रक्रिया हुई है या कोई होनेवाली है तो पहले डॉक्टर की राय अवश्य लें।
बोटॉक्स थेरेपी के क्या दुष्परिणाम हैं ?
Side effects of Botox Therapy in Hindi
बोटॉक्स इंजेक्शन थेरेपी के दुष्परिणाम काफी कम है और कुछ रोगियों में ही यह दुष्परिणाम नजर आते हैं।
- सिरदर्द
- इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द
- बहोत ही कम मामलों में बुखार
बोटॉक्स के दुष्परिणाम कम करने के लिए क्या करे ?
- यह सुनिश्चित करें कि आप अपने चिकित्सा निष्णात और अनुभवी डॉक्टर के हाथों की करें ना कि किसी पार्लर सलून में।
- अगर स्वास्थ्य से जुड़ी कोई भी समस्या हो तो डॉक्टर से जरूर कहें। अगर आपको किसी दवाई की एलर्जी हो या अपने कोई विशेष प्रकार की दवाई ले रहे हो जैसे कोई एंटीबायोटिक इंजेक्शन , muscle relaxant, नींद की गोली या विटामिन तो इसकी जानकारी डॉक्टर को अवश्य दें।
- चिकित्सा के पहले और बाद में दिए गए निर्देशों का पालन अच्छी तरह से करें। इसके बावजूद भी अगर कोई दुष्परिणाम नजर आता है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- दर्दनाशक दवाई जैसे ब्रूफेन, एस्पिरिन आदि ना लें। यह दवाइयां खून को पतला कर के bruising के चांसेस बढाती है अगर आप ले रहे हो तो इन्हें 2 हफ्ते पहले बंद कर दे।
- लोग अक्सर बोटॉक्स चिकित्सा और डर्मल फिलर्स चिकित्सा में भ्रमित हो जाते हैं जबकि यह दोनों अलग चिकित्साए है।
- डर्मल फिलर्स इंजेक्शन का कार्य ऊतकों को मोटा करके जुर्रियों को मिटाते है। बोटॉक्स का प्रयोग ज्यादातर चेहरे के ऊपरी भाग में किया जाता है जबकि बाकी जगहों पर फिलर्स का इस्तेमाल किया जाता है। अगर आपके चेहरे पर रेखाए तब भी दिख रही हो जब आपका चेहरा रिलैक्स है तब आपके लिए बोटॉक्स से बेहतर चिकित्सा डर्मल फिलर्स है।
- आपकी उम्र : ज्यादा उम्र के बजाय कम उम्र वाले व्यक्ति में जिसके चेहरे की पेशियां मजबूत है, असर ज्यादा दिनों तक रहता है।
- आपके चेहरे की रचना और आपके हावभाव : बात करते वक्त या कोई हावभाव याने की expressions जाहिर करते वक्त आप अपने चेहरे की कितनी पेशियां उपयोग में लाते हो, इसपर भी इसका असर होता है।
- आपका आहार : अगर आपका आहार आपकी त्वचा को जवां रखने वाला हो जैसे फल, हरि सब्जियां, सलाद, प्रोटीन और ओमेगा फैटी एसिड युक्त पदार्थ जैसे बादाम,अखरोट, अलसी आदि से भरपूर हो और आप पानी भी अच्छी मात्रा में ले रहे हो तो इसका परिणाम लम्बा चलता है।
- नशा : तम्बाखू, शराब, स्मोकिंग आदि से परहेज करें।
- त्वचा की देखभाल : आपका सन एक्सपोजर कितना है, बोटोक्स का प्रयोग आप कितने बार करते हैं इन बातों पर भी बोटॉक्स का असर होता है।
- बोटॉक्स का प्रयोग बहुत ज्यादा बार करना : बार-बार बोटॉक्स का उपयोग करने से व्यक्ति के शरीर में प्रतिरोध / resistant तैयार करता है जैसे की हम कोई दवाई या इंजेक्शन का प्रयोग करते हैं तो हमारा शरीर उसके खिलाफ एंटीबॉडीज तैयार करता है, जिससे कि वह दवाई धीरे-धीरे कम असरकारक होने लगती है और एखाद बार उससे एलर्जी भी हो सकती है इसीलिए बोटॉक्स का प्रयोग भी सीमित मात्रा में करना उचित रहता है।
तो यह है बोटॉक्स के बारे में जानकारी। आशा करते हैं यह लेख पढ़कर आपको काफी उपयोगी जानकारी मिली होगी और आपकी कई गलतफहमियां भी दूर होने में जरुर मदद हुई होगी।
Image Source : http://dafca.com/tag/botox-injection
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