कुछ लोगों को आम लोगो की तुलना में अधिक पसीना आता हैं। चिकित्सा भाषा में इस परेशानी को Excessive Sweating या Hyperhidrosis कहा जाता हैं। मौसम चाहे गर्म हो या ठंडा, पसीना और पसीने के बदबू की समस्या इन्हे बेहद ज्यादा परेशान करती हैं।
कुछ समय के पश्च्यात बदबू सिर्फ शरीर से नहीं बल्कि बालों से भी आने लगती हैं। इस समस्या के लिए न जाने कितने किस्म के डिओड्रेंट या परफ्यूम का इस्तेमाल किया जाता है पर समस्या जैसी की तैसी बनी रहती हैं।
आज हम यहाँ पर कुछ ऐसी आसान tips की जानकारी दे रहे है जिसे अपनाकर आप पसीने की समस्या को दूर कर सकते हैं।
आमतौर पर पसीने को रोकपाना बहुत ही मुश्किल हैं। लेकिन कुछ आसान से tips को अपनाकर अधिक पसीने निकलने की समस्या को जरूर कम किया जा सकता हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी - गुनगुने पानी के साथ निम्बू और शहद लेने के फायदे !
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कुछ समय के पश्च्यात बदबू सिर्फ शरीर से नहीं बल्कि बालों से भी आने लगती हैं। इस समस्या के लिए न जाने कितने किस्म के डिओड्रेंट या परफ्यूम का इस्तेमाल किया जाता है पर समस्या जैसी की तैसी बनी रहती हैं।
आज हम यहाँ पर कुछ ऐसी आसान tips की जानकारी दे रहे है जिसे अपनाकर आप पसीने की समस्या को दूर कर सकते हैं।
How to stop excessive Sweating in Hindi | ज्यादा पसीना आने का उपचार
कैसे करे पसीने की समस्या से बचाव ?
- गर्मी के दिनों में जीन्स जैसे टाइट कपडे पहनने की जगह ढीले और सूती कपडे पहने। ऐसे कपड़ो में पसीना कम आता है और जल्द सुख जाता हैं।
- दिन में दो बार नहाए। नहाते समय एंटी बैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल करे।
- पसीने की वजह से पैरों में Fungal संक्रमण होने का खतरा रहता हैं। ऐसे में Clotrimazole जैसे एंटी फंगल पाउडर पैरों पर छिड़कने के बाद ही मोज़े, जूते या चप्पल पहने।
- कुछ लोगो को पैरो के तलवो में अधिक पसीना आने की समस्या होती हैं। यह समस्या होने पर नहाने से पहले पानी से भरे टब में दो चमच्च फिटकिरी पाउडर डालकर उसमे दो मिनिट तक पैर डुबोकर रखे।
- इस मौसम में बगल से सबसे अधिक पसीना आने की तकलीफ रहती हैं। आप घर से निकलने के पहले इस हिस्से पर कुछ समय के लिए बर्फ रख सकते है। इस उपाय से अधिक पसीना नहीं निकलता हैं।
- शर्ट के बगल वाले हिस्से को पसीने के दाग से बचाने के लिए आप स्वेट पैड्स का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- डिओड्रेंट या स्प्रे का अधिक इस्तेमाल करने की जगह रोल ऑन या टेलकम पाउडर का इस्तेमाल करे।
- पसीने की अधिकता से सिर में दाने निकल आते हैं। इन्हे दूर करने के लिए हफ्ते में 3 बार हर्बल शैम्पू करे।
- कुछ लोगो को अधिक तनाव या क्रोध की स्तिथि में अधिक पसीना आता हैं। अपने क्रोध को काबू में रखने के लिए ध्यान करे। हमेशा खुश रहने की कोशिश करे।
- अधिक तीखा, तला हुआ, चाय, कॉफ़ी और शराब जैसे स्वेद ग्रंथि को अधिक एक्टिव करने वाले आहार पदार्थ और पेय से परहेज करना चाहिए।
- अधिक पसीने की समस्या से बचने के लिए Aluminium chloride युक्त स्प्रे और लोशन का भी उपयोग की जा सकता हैं। रात को सोने से पहले बगल में इसे लगातार 10 दिन तक लगाना चाहिए और फिर हफ्ते में एक बार लगाना चाहिए। पैने की समस्या से पीड़ित कई रोगियों में इससे लाभ मिलता हैं।
- बगल में अधिक पसीने की समस्या होने पर आप त्वचा रोग विशेषज्ञ को दिखाकर लेज़र उपचार करा सकते हैं।
- इलेक्ट्रिक टब / Iontophoresis : इस उपचार पद्धति में रोगी को एक टब में 20 से 30 मिनिट तक बैठाया जाता हैं। टब में भरे पानी को एक यंत्र के जरिये चार्ज कर उसके पॉजिटिव और नेगेटिव आयन को एक्टिव किया जाता हैं।यह प्रक्रिया हफ्ते में 2 से 3 बार की जाती हैं और कुछ हफ्तों में अधिक पसीने की समस्या कम हो जाती हैं। आप चाहे तो यह यंत्र खरीद कर डॉक्टर से प्रशिक्षण लेकर यह उपचार घर पर भी ले सकते हैं। गर्भवती स्त्री, ह्रदय रोगी और मिर्गी के रोगी यह उपचार नहीं ले सकते हैं
- इंजेक्शन / Botox Injection : बगल, हाथ और तलवों में पसीने की अधिकता होने पर कुछ डॉक्टर बोटॉक्स के इंजेक्शन का उपयोग करते हैं। यह इंजेक्शन लगाने पर स्वेद ग्रंथि एक्टिव नहीं होती है और स्वेद का प्रमाण बेहद कम हो जाता हैं। बोटॉक्स के कुछ इंजेक्शन लगाने के बाद करीब एक वर्ष तक इसका लाभ होता हैं।
- दवा / Medicine : इंजेक्शन और टब का उपाय से भी लाभ न होने पर डॉक्टर आपको एंटी कोलिनेर्जिक दवा देते हैं जिनसे बेहद लाभ होता है। इस दवा के कई दुष्परिणाम होने के कारण इनका उपयोग बेहद कम किया जाता हैं।
- शल्य क्रिया / Surgery : अगर किसी भी अन्य उपचार से लाभ नहीं मिल रहा है तब केवल शल्य क्रिया की जाती हैं। इसमें प्लास्टिक सर्जन ऑपरेशन द्वारा या तो स्वेद ग्रंथि को निकाल देते है या फिर बगल से स्वेद ग्रंथि को सन्देश पहुँचानेवाली तंत्रिका / Nerve को निकाल देते हैं।
- योग / Yoga : योग और प्राणायम का नियमित अभ्यास करे। इससे मन और मानिसक उत्तेजना नियंत्रित रहती है और अधिक स्वेद निर्मिति नहीं होती हैं। यह पढ़ना ही चाहिए : कैसे करे मन को काबू में रखने के लिए बाबा रामदेव का अनुलोम विलोम प्राणायाम
- अन्य / Other : आप अपने डॉक्टर की सलाह लेकर निचे दिए हुए कुछ अन्य घरेलु उपाय भी कर सकते हैं।
- रोजाना 1 ग्लास टमाटर का जूस पीना चाहिए। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट अधिक होता हैं।
- दिन भर में कम से कम 8 से 10 ग्लास पानी पीना चाहिए।
- शरीर को ठंडा रखने के लिए अंगूर खाना चाहिए।
- 1 कप नारियल तेल में 10 ग्राम कपूर को मिक्स कर इस पेस्ट को 10 मिनिट तक बगल में लगाकर रखे।
- नहाने के पानी में 2 से 3 ml जास्मिन तेल या 20 ml गुलाब जल मिलाकर स्नान करना चाहिए। इससे पसीना कम आता है और पसीने के दुर्गन्ध से मुक्ति मिलती हैं।
- गर्मी के दिनों में नहाने से एक घंटा पहले चंदनादि तेल से जहा से ज्यादा पसीना आता है वहा मालिश करे और एक घंटे बाद गुनगुने पानी से नहाइये और बाद में ठन्डे पानी से नहाना चाहिए। इस क्रिया से स्वेद की निर्मिति कम होती हैं।
- शरीर के जिस अंग में अधिक पसीना आता है वहा पर बेकिंग सोडा और निम्बू रास की मिश्रण को 10 से 15 मिनट तक लगाकर रखने से लाभ होता हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी - गुनगुने पानी के साथ निम्बू और शहद लेने के फायदे !
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Chuhe me nakhoon se hath pe scratch aagya he.halka sa blood aake vhi jam gya he.injection ki jrurat he
जवाब देंहटाएंरेबीज और टिटनेस का इंजेक्शन लगाना चाहिए
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