कुछ समय पहले निरोगिकाया ब्लॉग पर हमने रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए इस विषय पर एक लेख लिखा था। उस लेख को पढ़कर हमें पाठको की ढेर सारी प्रतिक्रियाए मिली हैं। ज्यादातर पाठको ने हमें अपने बच्चो की रोगप्रतिकार शक्ति को कैसे बढ़ाए जा सकता हैं यह सवाल किया हैं।
किसी भी घर की खुशहाली और ऊर्जा उस घर के छोटे बच्चों में होती हैं। घर में कोई छोटा बच्चा बीमार हो जाए या किसी स्वास्थ्य से जुडी परेशानी में पड जाए तो सारे घर की खुशहाली और शान्ति गायब हो जाती हैं। अपने बच्चे को स्वस्थ और तंदुरुस्त करने के लिए माता-पिता सब कुछ करने को तैयार रहते हैं।
माता-पिता की इस परेशानी का फायदा उठाकर बाजार में बच्चो की रोगप्रतिकार शक्ति को बढ़ाने का दावा कर कई उत्पादक कंपनिया लोगो को लुटती रहती हैं।
च्यवनप्राश खाने के फायदे
बच्चो की रोगप्रतिकार शक्ति बढ़ाने के लिए अगर सबसे अच्छी कोई भारतीय चीज है तो वह है - च्यवनप्राश। आयुर्वेद के अनुसार च्यवन ऋषि ने इस अद्भुत मिश्रण की खोज की थी और बुढ़ापे से फिर से नवयौवन और स्वास्थ्य हासिल किया था। च्यवनप्राश सिर्फ बच्चो के लिए ही नहीं बल्कि सभी आयु के व्यक्तिओ के लिए एक श्रेष्ठ स्वास्थ्य टॉनिक हैं।
च्यवनप्राश में सबसे अधिक आमला का प्रयोग होता हैं और अन्य कई दुर्लभ और बहुगुणी वनस्पतियों का उपयोग होता हैं। च्यवनप्राश में उपयोग होनेवाले कुछ ख़ास वनस्पति और उनसे होनेवाले लाभ की अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं ।
किसी भी घर की खुशहाली और ऊर्जा उस घर के छोटे बच्चों में होती हैं। घर में कोई छोटा बच्चा बीमार हो जाए या किसी स्वास्थ्य से जुडी परेशानी में पड जाए तो सारे घर की खुशहाली और शान्ति गायब हो जाती हैं। अपने बच्चे को स्वस्थ और तंदुरुस्त करने के लिए माता-पिता सब कुछ करने को तैयार रहते हैं।
माता-पिता की इस परेशानी का फायदा उठाकर बाजार में बच्चो की रोगप्रतिकार शक्ति को बढ़ाने का दावा कर कई उत्पादक कंपनिया लोगो को लुटती रहती हैं।
च्यवनप्राश खाने के फायदे
Health benefits of Chyawanprasha in Hindi
बच्चो की रोगप्रतिकार शक्ति बढ़ाने के लिए अगर सबसे अच्छी कोई भारतीय चीज है तो वह है - च्यवनप्राश। आयुर्वेद के अनुसार च्यवन ऋषि ने इस अद्भुत मिश्रण की खोज की थी और बुढ़ापे से फिर से नवयौवन और स्वास्थ्य हासिल किया था। च्यवनप्राश सिर्फ बच्चो के लिए ही नहीं बल्कि सभी आयु के व्यक्तिओ के लिए एक श्रेष्ठ स्वास्थ्य टॉनिक हैं।च्यवनप्राश में सबसे अधिक आमला का प्रयोग होता हैं और अन्य कई दुर्लभ और बहुगुणी वनस्पतियों का उपयोग होता हैं। च्यवनप्राश में उपयोग होनेवाले कुछ ख़ास वनस्पति और उनसे होनेवाले लाभ की अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं ।
- आमला : आमला में प्रचुर मात्रा में Anti-Oxidants और Vitamin C होता हैं। इससे शरीर को Free Radicals से होनेवाली क्षति से रक्षण होता हैं और रोग प्रतिकार शक्ति में इजाफा होता हैं। यह बैक्टीरिया और फंगस संक्रमण से लड़ने की शक्ति देता हैं।
- गुडुची / गिलोय : इसे रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ाने के लिए सबसे श्रेष्ठ माना जाता हैं। इसका सत्व भी आजकल tablet के रूप में उपयोग में लिया जाता हैं।
- शतावरी : ह्रदय के स्वास्थ्य के लिए एक श्रेष्ठ वनस्पति। इससे वजन और रोग प्रतिकार शक्ति जल्दी बढ़ती हैं।
- अश्वगंधा : इससे दिमाग तेज होता हैं, शरीर को बल मिलता हैं और रोगप्रतिकार शक्ति बढ़ जाती हैं।
- बला : यह आयुर्वेदिक वनस्पति अपने नाम के हिसाब से शरीर को मजबूत बनाने के लिए श्रेष्ठ मानी जाती हैं।
- द्राक्ष : इससे हमारे पाचन संबंधी विकार दूर होते हैं और बच्चो में भूक न लगने की समस्या दूर होती हैं। शरीर के टिश्यू को नमी प्रदान करता हैं।
- यष्टिमधु : यह वनस्पति स्वाद में मीठी होती हैं और इसमें प्रचुर मात्रा में Anti-Oxidants होते हैं।
- गोक्षुर : इससे किडनी संबंधी रोग दूर होते हैं।
- हरीतकी : इससे हमें तरोताजा महसूस होता हैं और शरीर की रोग प्रतिकार शक्ति मजबूत होती हैं।
- जीवंती : नाम के अनुसार यह वनस्पति हमें चिरतरुण और स्वस्थ रखकर जीवन जीने का पूरा मौका देती हैं ।
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च्यवनप्राश खाने से बच्चों में निम्नलिखित लाभ होते हैं :
- ज्यादातर स्वास्थ्य के लिए लाभकर दवा स्वाद में कड़वी होने के कारण बच्चों को खिलाना बेहद मुश्किल कार्य होता हैं । च्यवनप्राश स्वाद में मीठा और रुचिकर होने से बच्चे इसे चाव से खाते है ।
- बच्चों में अधिकतर कफ के विकार होते है । च्यवनप्राश कफ के विकार दूर करने के लिए एक उत्तम औषधी है ।
- विशेषज्ञों का कहना है की नियमित रूप से च्यवनप्राश खाने वालों की यददाश्त में भी सुधार आता हैं। इसमें मौजूद जड़ीबूटियां ब्रेन सेल्स को पोषण देती हैं।
- च्यवनप्राश खाने से बच्चो में रोगप्रतिकार शक्ति 3 गुना तक बढ़ जाती हैं । च्यवनप्राश में कई सारी रोगप्रतिकार शक्ति बढ़ानेवाली आयुर्वेदिक औषधीय वनस्पती का उपयोग होता है जिनसे हमारी रोगप्रतिकार शक्ति 3 गुना मजबूत हो जाती हैं ।
- च्यवनप्राश खानेवाले बच्चे कम बीमार पड़ते हैं और अगर कोई बीमारी होती भी है तो उसका असर कम होता है।
- च्यवनप्राश खानेवाले बच्चों का दिमाग भी तेज चलता हैं और किसी भी नयी चिज को वह जल्दी समझ लेते हैं ।
- च्यवनप्राश खाने से पाचन अच्छे से होता हैं और भूक भी अच्छे से लगती हैं ।
- च्यवनप्राश खाने से बच्चों में कब्ज की समस्या नहीं होती हैं ।
- च्यवनप्राश में कई औषधीय वनस्पती का संयोग होने ऐ अलग अलग दवा देने की झंझट से मुक्ति मिलती हैं ।
- च्यवनप्राश का सेवन करने से वजन नियंत्रण में भी मदद होती हैं। इसे खाने से मेटाबोलिज्म में सुधर आता है जिससे कमजोर बच्चों का वजन बढ़ता है और मोठे बच्चों का वजन कम होता हैं।
ऐसे तो आप किसी भी मौसम में च्यवनप्राश का लाभ ले सकते है, परंतु अधिक लाभ लेने के लिए इसे ठन्डे मौसम में जरूर लेना चाहिए ।
अवश्य पढ़े - क्या आपने बच्चों को MR Vaccine दिया हैं ?
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अच्छी चीज है चवनप्राश ... अच्छी जानकारी दी है आपने ...
जवाब देंहटाएंबच्चों के साथ साथ पूरे परिवार के लिए भी लाभदायक होता है च्यवनप्राश ! सुन्दर जानकारी दी है आपने डॉक्टर साब
जवाब देंहटाएंSir can we give chawanprash to my 11 month old baby
जवाब देंहटाएंChyawanprash can be given to a child older than 5 years.
हटाएंSuper
जवाब देंहटाएंHepatitis b ka ilaj bhi bataye....thanks
जवाब देंहटाएंSir 2 years girl child ko bar bar cold caugh Hota h. Use chyanpras De sake h kya
जवाब देंहटाएंरोहितजी,
हटाएंऐसा एलर्जी या रोग प्रतिकार शक्ति की कमी के कारण हो सकता हैं. आप च्यवनप्राश दे सकते हैं पर मात्रा आधा चमच्च से कम करे. बेहतर होंगा किसी आयुर्वेदिक डॉक्टर को दिखाकर रोग प्रतिकार शक्ति बढाने के लिए दवा शुरू करे