Yoga हस्त मुद्रा कैसे करे और इसके लाभ

हम अपने हाथों का इस्तेमाल कई तरह के काम करने के लिए करते हैं। खाने के लिए, लिखने के लिए, चित्र बनाने के लिए या अन्य कोई कार्य करने के लिए अपने हाथों का इस्तेमाल करना एक आम बात हैं। इन सभी कामों के अलावा भी हम अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अपना हाथों का विशेष उपयोग कर सकते है जिसे योग मुद्रा (Yoga Mudra) या योग हस्त मुद्रा (Yoga Hasta Mudra) कहा जाता हैं।

योग हस्त मुद्रा विज्ञान के माध्यम से हम न केवल बेहतर मानसिक वह शारीरिक स्वास्थ्य पा सकते हैं बल्कि ध्यान एवं योग में इन मुद्राओं की सहायता से परमात्मा को या परमसुख को भी उपलब्ध हो सकते हैं। आयुर्वेद और योग में कई तरह की योग हस्त मुद्रा का वर्णन मिलता है जिनका अभ्यास कर हम शारीरक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाये रख सकते हैं।

योग हस्त मुद्रा क्या है और इसके लाभ से जुडी अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं :

योग हस्त मुद्रा कैसे करे और इसके लाभ 

yoga mudra benefits Hindi

योग हस्त मुद्रा क्या हैं ? (Yoga Hasta Mudra in Hindi Language)

हाथों की 10 अँगुलियों के द्वारा विशेष प्रकार की आकृति निर्माण कर पंचतत्वो और त्रिदोषों को नियंत्रित करने के विज्ञानं को योग मुद्रा कहा जाता हैं। ब्रह्मांड अग्नि, वायु, आकाश, पृथ्वी, और जल इन पंच तत्वों से मिलकर बना है और मानव शरीर भी इन्हीं पंच तत्वों से मिलकर बना है। हथेली में मौजूद उंगलियां व अंगूठे पांचों तत्वों की ऊर्जा को अपने भीतर छिपाए हुए हैं जिन्हें मुद्राओं के माध्यम से उपयोग में लाया जा सकता है।
पांचों उंगलियां पांचों तत्वों का प्रतिनिधित्व करती है। जैसे :
  1. अंगूठा / Thumb : अग्नि तत्व  
  2. तर्जनी ( यानी दूसरी उंगली) / Index finger : वायु तत्व 
  3. मध्यमा (यानी तीसरी उंगली) / Middle finger : आकाश तत्व 
  4. अनामिका (यानी चौथी उंगली) / Ring finger : पृथ्वी तत्व 
  5. कनिष्का (यानी पाचवी उंगली) / Little finger : जल तत्व 

योग हस्त मुद्रा कैसे और कब करें ? (How and When to do Yoga Hasta Mudra in Hindi)

मुद्राओं को कभी भी कही भी उठते-बैठते, चलते-फिरते, यहां तक कि लेटे-लेटे भी कर सकते हैं। परंतु इनका अधिक लाभ पद्मासन, सुखासन या वज्रासन में करने से प्राप्त होता है। सुबह हो या शाम रात हो या किसी यात्रा के दौरान इसे बाहर बगीचे में, बंद कमरे में या ऑफिस में कहीं भी किया जा सकता है।
इन्हें एक ही समय में दोनो हाथों से किया जा सकता है। मुद्रा के दौरान उंगलियों को साधारण रखें उनमें कोई तनाव, खिंचाव या कसाव नहीं होना चाहिए।

योग हस्त मुद्रा कितनी देर तक करे ? (Yoga Hasta Mudra duration in Hindi)

मुद्राओं से लाभ प्राप्त करने के लिए किसी भी मुद्रा को प्रारंभ में कम से कम 10 मिनट तक अवश्य करना चाहिए फिर चाहे तो इस अवधि को 30 मिनट से लेकर 1 घंटे तक पढ़ाया जा सकता है। यदि एक साथ लंबे समय के लिए इन करना मुश्किल हो तो आप दिन में दो-तीन बार में कभी भी कर सकते हैं। यह इन मुद्राओं को जीवन में नियमित रुप से किया जाए तो साधारण कान के दर्द से लेकर हाट अटैक जैसे गंभीर रोग को ठीक किया जा सकता है। इन मुद्रा से कुंडलिनी की ऊर्जा के स्त्रोत को भी जागरूक किया जा सकता हैं। इन्हें योग का सार भी मन जाता हैं।
भिन्न-भिन्न रोगों के लिए भिन्न-भिन्न योग हस्त मुद्रा की जाती हैं। इन्हें सही तरह से करने के लिए आपको योग विशेषज्ञ से मिलकर इनका अभ्यास करना चाहिए। हमारे ब्लॉग पर भी आप विभिन्न योग हस्त मुद्रा की जानकारी पढ़ सकते हैं।
  1. अपान मुद्रा
  2. ज्ञान मुद्रा
  3. योग सामान्य मुद्रा – पृथ्वी, अग्नि, जल, आकाश, वायु, शुन्य मुद्रा  
  4. शिवलिंग मुद्रा 
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