अनचाहे बालों से छुटकारा पाने का तरीका – LASER Therapy

खूबसूरत दिखना किसे नही पसंद ? लेकिन कई बार इसी खूबसूरती में दाग लगाते है चेहरे या शरीर के अनचाहे बाल, दाग-धब्बे, मुहांसे आदि। महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशान करते हैं चेहरे और हाथ पैर पर उगे हुए अनचाहे बाल। इन अनचाहे बालों को हटाने के लिए महिलाएं कई तरीके अपनाते हैं जैसे कि हेयर रिमूवल क्रीम का प्रयोग, वैक्सिंग, थ्रेडिंग, ब्लीचिंग आदि। यह सभी तरीके अस्थाई होते हैं और कुछ ही दिनों में फिर से नए बाल उग आते है। साथ ही इन प्रक्रियाओं में कभी त्वचा कट जाती है, कभी जल जाती है तो कभी त्वचा पर निशान हो जाते है। 

आज के युग में सौंदर्योपचार में कई नई और विकसित तकनीकों का अविष्कार हुआ हो जो त्वचा को कम से कम नुकसान करते हुए बेहतर परिणाम देकर खूबसूरती को एक नया आयाम देती है। ऐसी ही एक तकनीक है – लेज़र हेयर रिमूवल थैरेपी (LASER Therapy)। LASER पूरा नाम Light Amplification by Stimulated Emmision of Radiation है। इस तकनीक में बालों को जड़ों से मिटाया जाता है। 

आज कई महिलाए और पुरुष भी Laser Hair Removal Therapy का उपयोग कर अपने अनचाहे बालों से छुटकारा पा रहे है और अपनी खूबसूरती को बढ़ा रहे हैं। लेज़र थेरेपी से जुडी अधिक जानकारी निचे दी गयी हैं :

लेज़र थेरेपी से अनचाहे बालों को कैसे हटाया जाता हैं ?
(Laser Unwanted Hair Removal Therapy in Hindi)

unwanted hair removal laser therapy information in Hindi

लेज़र थेरेपी क्या हैं ? (Laser Therapy in Hindi)

लेज़र यह विशेष प्रकार की किरणें है जो सेलेक्टिव फोटोथेरमोलीसिस सिद्धांत पर काम करती है। इसमें प्रभावित हिस्से पर एक प्रोब के माध्यम से तय फ्रीक्वेंसी की किरणें डालते है। फ्रीक्वेंसी कितनी हो यह स्थान , मर्ज आदि पर निर्भर करता है। ये किरणे गर्म होकर मेलेनिन को टारगेट कर प्रभावित हिस्से को जहाँ पर हेयर फॉलिकल रहता है उन्हें नष्ट करती हैं। इससे आसपास की कोशिकाओं को कोई नुकसान नही होता है और न ही मरीज को जलन होती है। 

लेजर तकनीक से बालों की जड़ों को हमेशा के लिए नष्ट किया जाता है। यह तकनीक परमानेंट हेयर रिमूवल के लिए सबसे असरकारक है। इससे शरीर के किसी भी हिस्से के बालों को निकालने के लिए प्रयोग कर सकते हैं। लेज़र का प्रयोग त्वचा को सख्त, मजबूत और कम उम्र की दिखाने के लिए भी किया जाता है। लेजर प्रक्रिया थोड़ी महंगी होती है लेकिन अनचाहे बालों को हमेशा के लिए हटाने में यह काफी कारगर चिकित्सा है। 

लेजर तकनीक का परिणाम दो बातों पर निर्भर करता है; बालों का कलर और त्वचा का प्रकार। लेज़र थेरेपी के लिए आदर्श कॉम्बिनेशन होता है लाइट कलर्ड स्कीन और डार्क हेयर। यह तकनीक सफेद, भूरे या हल्के कलर वाले बालों पर इतना काम नही करती है। लेजर तकनीक सिर्फ चेहरे के बालों के लिए ही नहीं बल्कि हाथ, पैर, अंडरआर्म्स, बिकिनी और शरीर के अन्य हिस्से हिस्से पर आए हुए अनचाहे बालों के लिए भी की जाती है। 

लेज़र चिकित्सा की मर्यादा 

लेज़र तकनीक में 60 से 80 प्रतिशत तक बाल हमेशा के लिए नष्ट होते है और जो बचते हैं वो भी हल्के रंग के हो जाते है और उनकी visibility भी कम हो जाती है।

लेज़र चिकित्सा से अनचाहे बालों से छुटकारा पाने में कितना समय लगता हैं ? 

लेज़र चिकित्सा एक बार में नही होती है। इसके लिए व्यक्ति को 6 से 8 सिटिंग्स लेनी होती है। 1 सिटिंग के बाद 3 हफ़्ते से लेकर 2 से 6 महीनों का गैप रखा जा सकता है। सिटिंग्स की संख्या जगह, कलर, बालों की घनता, अनचाहे बालों की वजह जैसे की मासिक धर्म की अनियमितता, हार्मोंन्स का असन्तुलन, अधिक वजन आदि कई बातों पर निर्भर करती है। माना जाता है कि हर सिटिंग के बाद करीब 20 प्रतिशत तक बाल कम होते है। 

लेज़र थेरेपी के दुष्परिणाम (Side effects of Laser Therapy in Hindi)

वैसे तो यह तकनीक काफी सुरक्षित है बशर्ते इसे प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर, डर्मेटोलॉजिस्ट या डॉक्टर के हाथों प्रशिक्षित व्यक्ति के हाथों हो। कई बार संवेदनशील त्वचा पर छोटे दुष्परिणाम होते है जैसे खुजली, लालिमा, हल्की सूजन जो दवाइयों की सहायता से 2 से 3 दिन में कम हो जाते है। 
बहोत कम प्रमाण में कुछ गम्भीर दुष्परिणाम भी हो सकते है जैसे की मुहांसे , त्वचा का रंग बदलना , त्वचा का जलना , सूजन। इसमें लक्षणों के आधार पर चिकित्सा की जाती है। 

लेज़र चिकित्सा में कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिये ? 

(Laser Therapy precautions in Hindi)

  • अगर आप लेजर हेयर रिमूवर तकनीक अपनाना चाहते हैं तो यह चिकित्सा शुरू करने के 1 महीने पहले से और चिकित्सा के दौरान भी वैक्सिंग या बाल निकालने के अन्य  तरीकों को आजमाना बंद कर दें। चिकित्सा के दौरान अगर बाल उगते हैं तो उन्हें आप सिर्फ रेज़र से ही निकाल सकते हैं।
  • चिकित्सा के बाद 2 से 4 दिनों तक आप त्वचा और एलोवेरा जेल कूलिंग और स्मूथिंग के लिए लगा सकते है। 
  • चिकित्सा शुरू होने के बाद से आप को नियमित तौर पर मॉइस्चराइजर एवम सनस्क्रीन लगाना जरूरी होता है और कोशिश करें कि धुप से अपनी त्वचा की रक्षा करें। सूरज की किरणों के डायरेक्ट संपर्क में ना आए। 
  • लेजर चिकित्सा नए उगने वाले बालों पर काम नहीं करती है इसलिए लेजर चिकित्सा के बाद भी नए बाल कम प्रमाण में उग सकते हैं लेकिन वह पहले से अधिक पतले और कम नजर आते हैं।  आप चाहे तो उनके लिए दोबारा लेजर चिकित्सा करा सकते हैं।

अनचाहे बाल यह महिलाओं के साथ साथ पुरुषों की भी समस्या रही है और आजकल लेजर चिकित्सा के स्थाई परिणाम की वजह से हर कोई इसकी तरफ आकर्षित हो रहा है। लेज़र थेरेपी की सुविधा फिलहाल देश के मेट्रो और बड़े शहरों में उपलब्ध है लेकिन बाकी जगह के लोग धीरे-धीरे इसके प्रति जागरुक हो रहे हैं। लेज़र / Laser थेरेपी का प्रयोग कर आप अपने अनचाहे बालों को आसानी से हटा सकते है और पा सकते है खूबसूरत एवम साफ़ सुथरी और दमकती त्वचा।

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